हैदराबाद हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपी आज पुलिस एनकाउंटर में मारे गए। पुलिस विभाग की ओर से सायबराबाद के कमिश्नर वीसी सज्जनार ने एनकाउंटर वाली जगह से ही प्रेस कॉनफ्रेंस कर डिटेल साझा की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। मौजूद अधिकारियों ने उन्हें चेतावनी भी दी, लेकिन कोई असर नहीं हुआ, जिसके बाद मजबूरन पुलिस को यह एनकाउंटर करना पड़ा। इस एनकाउंटर में 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। 30 मिनट चला एनकाउंटर, आरोपियों ने फायरिंग की पुलिस ने बताया, 'हमने साइंटिफिक तरीके से जांच की और उसके बाद ही चारों आरोपियों को अरेस्ट किया गया था। पुलिस का कहना है कि पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी की गई और इसी के तहत 10 दिन की न्यायिक हिरासत कोर्ट ने दी। 4 और 5 दिसंबर को आरोपियों से पूछताछ की गई। आज सुबह सीन रीक्रिएशन के लिए हम हम चारों आरोपियों को लेकर गए। वहां आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। 2 आरोपियों ने पुलिस के ऊपर गोली भी चलाई। घटना 5.45 से 6.15 के बीच हुई।' आरोपियों के पास 2 हथियार बरामद किए गए कमिश्नर सज्जनार ने बताया कि आरोपियों के पास से 2 हथियार भी बरामद किए गए। पुलिस ने बताया, 'हमने गोली चलाने से पूर्व हमने सरेंडर के लिए कई बार कहा, लेकिन वह पुलिस पर ही हमला कर रहे थे। ऐसी हालत में हमारे कर्मियों को गोली चलानी पड़ी। मृतक आरोपियों के शव को जब्त कर स्थानीय अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।' सुबह 3 से 5 बजे की बीच हुआ एनकाउंटर पुलिस चारों आरोपियों मोहम्मद आरिफ, नवीन, शिवा और चेन्नाकेशवुलु को लेकर घटनास्थल पर सीन के रीकंस्ट्रक्शन के लिए पहुंची थी। पुलिस का मकसद था कि सीन का रीकंस्ट्रक्शन करके घटना की कड़ियों को जोड़ा जा सके ताकि उसके लिए पूरे मामले को समझना आसान हो और जांच हो सके। पढ़ें : हैदराबाद एनकाउंटर: कब, कैसे हुआ सारी डिटेल यहां जवाबी गोलीबारी में मारे गए चारों पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने घटनास्थल से भागने की कोशिश की, इस पर पुलिस ने पीछा किया तो आरोपियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। आरोपियों की ओर से हथियार छीनने की पुष्टि शम्शाबाद के डीसीपी प्रकाश रेड्डी ने भी की। एनकाउंटर की बाद की एक तस्वीर भी जारी की गई है। इसमें एक आरोपी के हाथ में पिस्टल दिख रही है।

हैदराबाद 
हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपी आज पुलिस एनकाउंटर में मारे गए। पुलिस विभाग की ओर से सायबराबाद के कमिश्नर वीसी सज्जनार ने एनकाउंटर वाली जगह से ही प्रेस कॉनफ्रेंस कर डिटेल साझा की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। मौजूद अधिकारियों ने उन्हें चेतावनी भी दी, लेकिन कोई असर नहीं हुआ, जिसके बाद मजबूरन पुलिस को यह एनकाउंटर करना पड़ा। इस एनकाउंटर में 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। 

30 मिनट चला एनकाउंटर, आरोपियों ने फायरिंग की 

पुलिस ने बताया, 'हमने साइंटिफिक तरीके से जांच की और उसके बाद ही चारों आरोपियों को अरेस्ट किया गया था। पुलिस का कहना है कि पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी की गई और इसी के तहत 10 दिन की न्यायिक हिरासत कोर्ट ने दी। 4 और 5 दिसंबर को आरोपियों से पूछताछ की गई। आज सुबह सीन रीक्रिएशन के लिए हम हम चारों आरोपियों को लेकर गए। वहां आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। 2 आरोपियों ने पुलिस के ऊपर गोली भी चलाई। घटना 5.45 से 6.15 के बीच हुई।' 

आरोपियों के पास 2 हथियार बरामद किए गए
 
कमिश्नर सज्जनार ने बताया कि आरोपियों के पास से 2 हथियार भी बरामद किए गए। पुलिस ने बताया, 'हमने गोली चलाने से पूर्व हमने सरेंडर के लिए कई बार कहा, लेकिन वह पुलिस पर ही हमला कर रहे थे। ऐसी हालत में हमारे कर्मियों को गोली चलानी पड़ी। मृतक आरोपियों के शव को जब्त कर स्थानीय अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।' 

सुबह 3 से 5 बजे की बीच हुआ एनकाउंटर 
पुलिस चारों आरोपियों मोहम्मद आरिफ, नवीन, शिवा और चेन्नाकेशवुलु को लेकर घटनास्थल पर सीन के रीकंस्ट्रक्शन के लिए पहुंची थी। पुलिस का मकसद था कि सीन का रीकंस्ट्रक्शन करके घटना की कड़ियों को जोड़ा जा सके ताकि उसके लिए पूरे मामले को समझना आसान हो और जांच हो सके। 

पढ़ें : हैदराबाद एनकाउंटर किस तरह से किया गया।

जवाबी गोलीबारी में मारे गए चारों
 
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने घटनास्थल से भागने की कोशिश की, इस पर पुलिस ने पीछा किया तो आरोपियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। आरोपियों की ओर से हथियार छीनने की पुष्टि शम्शाबाद के डीसीपी प्रकाश रेड्डी ने भी की। एनकाउंटर की बाद की एक तस्वीर भी जारी की गई है। इसमें एक आरोपी के हाथ में पिस्टल दिख रही है।