<no title>मुस्लिम युवकों के घर में जबरने घुसे MNS के कार्यकर्ता, नागरिकता के मांंगे सबूत

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे में राज ठाकरे की अगुवाई में उनकी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने संदिग्ध अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान की शुरुआत की। इस अभियान की शुरुआत के अगले दिन अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति से पुलिस ने पूछताछ की है। मनसे के कुछ कार्यकर्ताओं ने दावा किया था कि तीन मुस्लिम युवक बांग्लादेश के हैं, जिसके बाद पुलिस ने तीनों ही युवकों से पूछताछ की है। रविवार को इन तीन युवकों में से एक युवक ने पुणे में पुलिस से शिकायत दर्ज कराई थी कि मनसे के कुछ कार्यकर्ता जबरन उनके घर में घुस गए और उनके साथ मारपीट की।मनसे नेता का कहना है कि हमे इस बात का संदेह था कि अवैध रूप से कुछ बांग्लादेशी नागरिक यहां रह रहे हैं, हमने उसके बाद पुलिस से इनके बारे में पूछताछ करने को कहा। जिसके बाद संदिग्ध लोगों को पुलिस स्टेशन लाया गया। हालांकि पूछताछ के बाद उन्हें शाम को छोड़ दिया गया। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मनसे के कार्यकर्ता जब इस इलाके में गए तो उनके साथ पुलिस मार्शल भी साथ में गए थे। उन्होंने बताया कि मनसे की शिकायत के बाद पुलिस कुछ लोगों को पुलिस स्टेशन लेकर आई थी और उनसे पूछताछ की गई। इनमे से कोई भी अवैध प्रवासी नहीं है।


दस्तावेज मांगे गए


खबर के अनुसार तीन में से एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि मनसे के लोग जबरन उनके घर में घुस गए और उन्हें बांग्लादेशी कहने लगे, जबकि वह पश्चिम बंगाल के हैं। मनसे के लोगों ने इन व्यक्तियों से उनके दस्तावेज मांगे जिससे उनकी भारतीय नागरिकता की पुष्टि हो। रोशन शेख जोकि पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रहने वाले हैं, वह 1998 से इस इलाके में रह रहे हैं और उनके दो बच्चे हैं। लेकिन इनके घर में मनसे के कार्यकर्ताओं ने घुसकर उनपर बांग्लादेश होने का आरोप लगाया!


रखी गई अजीब शर्तें


रोशन शेख ने बताया कि मैंने उन्हें समझाने की कोशिश की कि मैं बांग्लादेश का नहीं हूं, मैं भारतीय नागरिक हूं और मैंने उन्हें सभी दस्तावेज भी दिखाएं, लेकिन इन लोगों ने मेरी बात नहीं सुनी और बात में हमे पुलिस स्टेशन ले जाया गया। पुलिस स्टेशन पर पुलिस ने मेरी मां की जानकारी ली और उन्हें हुगली में फोन किया। मेरी मां ने इस बात की पुष्टि भी की लेकिन बावजूद इसके पुलिस अधिकारी ने मेरी मां से कहा कि वह पास के पुलिस स्टेशन जाएं और वहां के पुलिस अधिकारी से इस बात की पुष्टि करने के लिए कहें कि उनका जन्म भारत में हुआ है। जिसके बाद मेरी मां पांडुआ पुलिस स्टेशन गई और कहा कि पुणे में पुलिस अधिकारी से बात करें। इस शर्त को भी पूरा किए जाने के बाद मुझे पुलिस स्टेशन पर कुछ घंटो तक बैठाए रखा गया, जबकि मेरी पत्नी और बच्चे घर में मेरा इंतजार कर रहे थे।


दर्ज कराई शिकायत





इस घटना के बाद पीड़ित ने सहकर नगर पुलिस स्टेशन पर मनसे के कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। जिन तीन लोगों से पुलिस ने पूछताछ की है उसमे से एक व्य्क्ति कच्ची दबेली स्टाल चलाता है, जबकि दूसरा व्यक्ति इलेक्ट्रीशियन है। वहीं रोशन शेख गोल्ड पॉलिश का काम करते हैं। बता दें कि 9 फरवरी को मुंबई में मनसे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने मांग की थी कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के अवैध घुसपैठियों को बाहर किया जाए।